shiv chalisa lyrics in marathi - An Overview
shiv chalisa lyrics in marathi - An Overview
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अर्थ- माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे। कांधे more info मूंज जनेउ साजे।।
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
जय वृषभान कुंवारी श्री श्यामा । कीरति नंदिनी शोभा धामा ॥ नित्य विहारिणी श्याम अधर ।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी । पाठ करे सो पावन हारी ॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
कपालं त्रिशूलं कराभ्यां दधानं पदाम्भोजनम्राय कामं ददानम् ।